यीशु
कैसा दोस्त पयारा..
यीशु कैसा दोस्त पयारा..
दु:ख और बोझ उठने को
क्या ही उम्दा वक्त हमारा
बाप के पास अब जाने को
आह! हम राहत अक्सर खोते
नाहक गम उठाते हैं
यह ही बाइस है यकीनन
बाप के पास न जाते हैं
दु:ख और बोझ उठने को
क्या ही उम्दा वक्त हमारा
बाप के पास अब जाने को
आह! हम राहत अक्सर खोते
नाहक गम उठाते हैं
यह ही बाइस है यकीनन
बाप के पास न जाते हैं
गरचि इम्तिहान हो सामने
या तकलीफ मुसीबत हो
तब दिलेर और शाद तुम होके
बाप को जाकर खबर दो
कौन और ऐसा दोस्त है लायक
जो उठाए दु:खों को
हर कमज़ोरी को वह जानता
जा के बाप से सब कहो
या तकलीफ मुसीबत हो
तब दिलेर और शाद तुम होके
बाप को जाकर खबर दो
कौन और ऐसा दोस्त है लायक
जो उठाए दु:खों को
हर कमज़ोरी को वह जानता
जा के बाप से सब कहो
क्या तुम्हारा हाल है पुरदर्द?
क्या तुम बोझ से दबे हो?
यीशु है हमदर्द तुम्हारा
जा के उसको खबर दो
दोस्त जब छोड़े और सताए
बाप से सारा हाल कहो
तब वह गोद में तुम को लेके
पोंछेगा हर आँसू को
क्या तुम बोझ से दबे हो?
यीशु है हमदर्द तुम्हारा
जा के उसको खबर दो
दोस्त जब छोड़े और सताए
बाप से सारा हाल कहो
तब वह गोद में तुम को लेके
पोंछेगा हर आँसू को
Yeeshu kaisa
dost pyaara,
dukh aur bojh
uthaane ko,kya hee umda vakt hamaara,
baap ke paas ab jaane ko,
aah ! ham raahat aksar khote,
naahak gam uthaate hain
yah hee bais hai yakeenan,
baap ke paas na jaate hain
garachi imtihaan ho saamane,
ya takaleeph, museebat ho,
tab diler aur shaad tum hoke,
baap ko jaake khabar do,
kaun aur aisa dost hai laayak,
khovega jo dukhon ko,
par ek hai jo rakhata khabar,
jaake baap se sab kaho
kya tumhaara haal pur dard hai,
kya tum bojh se dabe ho?
yeeshu hai hamadard hamaara,
jaake us ko khabar do,
dost jab chhode aur sataaven,
baap se tum bayaan karo,
tab vah god mein tumako leke,
ponchhega har aansoo ko
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